विराट रामायण मंदिर रहस्य
प्रस्तावना
बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में स्थित विराट रामायण मंदिर अपनी भव्यता और विशालता के लिए जाना जाता है। यह मंदिर 1080 फीट लंबा, 540 फीट चौड़ा और 270 फीट ऊंचा है। यह दुनिया का सबसे बड़ा रामायण मंदिर है। इस मंदिर के निर्माण में कई रहस्य छिपे हुए हैं।
रहस्य
1. निर्माण सामग्री
मंदिर के निर्माण में इस्तेमाल की गई सामग्री बहुत ही विशिष्ट और दुर्लभ है। मंदिर के गर्भगृह में स्थापित 33 फीट ऊंचे शिवलिंग को एक ही पत्थर से बनाया गया है। यह पत्थर बिहार के गया जिले से लाया गया था। मंदिर के निर्माण में इस्तेमाल किए गए अन्य पत्थरों को भी भारत के विभिन्न राज्यों से लाया गया था।
2. निर्माण तकनीक
मंदिर के निर्माण में इस्तेमाल की गई तकनीक भी बहुत ही अद्भुत है। मंदिर के निर्माण में किसी भी प्रकार के लोहे या स्टील का इस्तेमाल नहीं किया गया है। मंदिर के सभी पत्थरों को एक दूसरे से जोड़ने के लिए विशेष प्रकार की गोंद का इस्तेमाल किया गया है।
3. मंदिर का डिजाइन
मंदिर का डिजाइन भी बहुत ही अद्भुत है। मंदिर का मुख्य द्वार 108 फीट ऊंचा है। मंदिर के चारों ओर 108 स्तंभ हैं। मंदिर के गर्भगृह में भगवान राम, सीता, लक्ष्मण और हनुमान की मूर्तियां स्थापित हैं।
4. मंदिर का निर्माण कार्य
मंदिर का निर्माण कार्य 2023 में शुरू हुआ था। मंदिर का निर्माण कार्य 2025 में पूरा होने की उम्मीद है।
निष्कर्ष
विराट रामायण मंदिर अपनी भव्यता, विशालता और रहस्यों के लिए जाना जाता है। यह मंदिर भारत के धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
अन्य रहस्य
- मंदिर के निर्माण में इस्तेमाल किए गए पत्थरों को कैसे लाया गया?
- मंदिर के निर्माण में इस्तेमाल की गई गोंद कहां से आई?
- मंदिर का डिजाइन किसने तैयार किया?
- मंदिर का निर्माण कार्य इतनी जल्दी कैसे पूरा हो रहा है?
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